कोट भ्रामरी में होगा शत चंडी यज्ञ

Vipin Joshi

कन्ठेस्वर महादेव के संस्थापक और बनारस सिद्ध अखाड़े के बम बाबा ने एक मुलाकात के दौरान बताया कि विश्व कल्याण और हिमालयी क्षेत्र में शांति और सद्भावना के लिए शक्ति पीठ कोट भ्रामरी मंदिर में दस दिवसीय शत चंडी यज्ञ का आयोजन सावन माह में किया जायेगा. बम बाबा ने सभी भक्तो से अपील की है कि वे उक्त आयोजन में बढ़ चढ़ कर प्रतिभाग करें और यथासंभव सहयोग भी करें. 88 वर्षीय बम बाबा मूलतः पिथौरागढ़ के निवासी हैं 17 साल की उम्र में आपने सन्यास ले लिया था और 1984 में वे गरुड़ के कंठेश्वर नामक स्थान में एक नदी के किनारे रहने लगे धीरे धीरे जन सहयोग से उस स्थान पर एक मंदिर की स्थापना की गई. कंठेश्वर के बाद उसी इलाके में आपने दिव्येश्वर मंदिर की स्थापना भी करवाई. बम बाबा ने जानकारी देते हुवे बताया कि उन्होंने कई बार चार धाम यात्रा पैदल की है और मात्र 90 दिन में चार धाम यात्रा कर लेते थे. आज भी सैकड़ो की संख्या में सन्यासी लोग पैदल यात्रा से  चार धाम  जाते दिख जाते हैं इनकी यात्राएं जन सहयोग और दान पर आधारित होती हैं .

बम बाबा ने युवा अवस्था के दौरान गरुड़ से हरिद्वार, साउथ में रामेश्वरम, तक की पद यात्राएं की हैं. बाबा अपने जीवन की कहानी सुनते हुवे आगे बताते हैं – मुझे जंगलों और नदियों के किनारे रहना ज्यादा पसंद हैं प्रक्रति के जितने करीब हम रहते हैं मन शांत रहता रहता है और सांसारिक विकारों से हम दूर रहते हैं. बाबा विचारों में  पर्यावरण प्रेम और सद्भावना की झलक दिखती है, बाबा बताते हैं कि कोट भ्रामरी में पहले बलि प्रथा का प्रचालन था अब वो बंद कर दी गई है मार काट से शांति कैसे आएगी ? इसलिए माँ के दरबार में शांति कायम करने के लिए शत चंडी यज्ञ जरुरी लगता है, इसका लाभ समस्त क्षेत्र को मिलेगा. जल, जंगल, नदि, समस्त जीव जगत के लिए यह धार्मिक अनुष्ठान लाभकारी होगा.