चरखा के दिशा गृह : विपिन जोशी

उत्तराखंड के ग्रामीण क्षेत्रों में कुछ ऐसे केंद्रों की कल्पना कीजिए जो गांव की किशोरियों को पढ़ने लिखने की संस्कृति से जोड़े, मुखर अभिव्यक्ति के अवसर दे और आजीविका के गुर भी सीखे। इस कल्पना को चरखा मीडिया डेवल्पमेंट संस्था ने अक्टूबर 2021 में धरातल पर उतारने की कवायद शुरू की है। चर्खा मिडिया डेवलपमेंट संस्था उत्तराखंड के सुदूरवर्ती ग्रामीण क्षेत्रों में किशोरियों के साथ जन पत्रकारिता तथा महिला सशक्तिकरण जैसे मुद्दों पर बागेश्वर जनपद के कपकोट और गरुड़ विकासखंड में कार्यरत है। वर्तमान में 900 किशोरी बालिकाएं संस्था से जुड़ी हैं। चरखा ने ग्रामीण क्षेत्रों की किशोरियों को लेखन के माध्यम से अपने मुद्दों को अपनी आवाज बनाकर देश दुनिया के सामने मुखरता से साझा करने का मंच दिया है। उत्तराखंड के बहुत से ग्रामीण इलाकों में अभी भी जीवन की मूलभूत सुविधाएं न्यूनतम स्तर पर हैं। शिक्षा, स्वास्थ्य, संचार, परिवहन, सड़क जैसे जरूरी मुद्दों के लिए क्षेत्र की किशोरी बालिकाएं चरखा से जुड़ कर आर्टिकल लिखती हैं और बहुत सी रचनात्मक गतिविधियां से समुदाय में सकारात्मक संवाद कायम करती हैं।
चरखा संस्था ने गांव गांव में किशोरी बालिकाओं के लिए दिशा गृह खोलने का निर्णय लिया। कपकोट और गरुड़ में कुल 7 दिशा गृह खुल चुके हैं। भविष्य में अन्य जरूरत मंद क्षेत्रों में दिशा केंद्र खोलने पर विचार विमर्श जारी है। इन दिशा केंद्रों में आजीविका निर्माण के साथ रचनात्मक व अकादमिक गतिविधियों का संचालन किया जाता है। कैसे किशोरी बालिकाओं को कंप्यूटर प्रशिक्षण देना, लेखन कार्यशाला आयोजित करवाना, पपेट निर्माण कर मुद्दों से जुड़े नाटक तैयार करवाना आदि।
दिशा केंद्र के मुख्य उद्देश्य में किशोरियों में लीडरशिप बिल्ड करना, लेखन के गुर सिखाना, आत्मविवाश में वृद्धि करना और स्किल बेस आजीविका से जोड़ना शामिल हैं।
कुछ रोचक गतिविधियों के जरिए किशोरियों की रचनात्मकता को उभारने की कोशिश की जाती है जैसे
प्ले फॉर पीस की गतिविधियां कराई जाती हैं। जिसमे खेलों के माध्यम से लीडरशिप और सहकारिता की भावना प्रमुख है। किशोरियां अपना पसंदीदा खेल खेलती हैं। सामाजिक मुद्दों पर बात करते हैं हर संडे के लिए उनको कुछ टॉपिक दिए जाते हैं पढ़ने के लिए ताकि उनकी अभिव्यक्ति मुखर हो और सोच का विकास हो सके। दिशा गृह की लीडर को सखी कहा जाता है जो अन्य बालिकाओं को कंप्यूटर प्रशिक्षण देती हैं। अभिभावकों का कहना है कि दिशा गृह उनके बच्चों के लिए एक सुरक्षित शिक्षण केंद्र है। शिक्षक भी सहयोग करते हैं। समुदाय का सहयोग इन दिशा गृह केंद्रों को मिलता है, लेकिन जिन समुदायों में शिक्षा का आभाव है उन क्षेत्रो में कुछ चुनौतियों अभी मौजूद हैं।
दिशा केंद्र से जुड़कर किशोरियों में आत्मविश्वास बढ़ा है और उनकी समझ विकसित हुई है। किशोरियों का रुझान स्वाध्याय की ओर भी बढ़ा है आज किशोरियां दिशा केंद्र के पुस्तकालय का अच्छा उपयोग करने लगी हैं। चरखा संस्था ने जनपद के विभिन्न शिक्षण संस्थानों में भी रचनात्मक लेखन और महिला सशक्तिकरण की कार्यशालाएं आयोजित की हैं। वर्तमान में खोले गए दिशा केंद्रों की सूची निम्नवत है।
1 दिशा केंद्र बैशानी, कपकोट

2 दिशा केंद्र, चौरा कपकोट

3 दिशा केंद्र, गनी गांव गरुड़

4 दिशा केंद्र लमचूला बारात घर, गरुड़

5 दिशा केंद्र, रोलियाना, गरुड़

6 दिशा केंद्र, जखेडा आजीविका केंद्र, गरुड़

7 दिशा केंद्र, शैलानी, गरुड़