पत्तियों पर उभरती कल्पना : लीफ आर्ट एक नई पहल।
आर्ट के कई रूप हैं,इन विविध रूपों में कुछ इंद्रधनुषी रंग किसी कलाकार की रचनात्मकता में झलकते हैं। ऐसे ही एक कलाकार से मुलाकात हुई। जिन्होंने पेंटिंग के लिए कैनवास बनाया पत्तियों को और अपनी कल्पनाशक्ति को प्रकृति प्रदत पत्तियों पर उकेरा अपना हुनर। इस आर्ट का नाम है लीफ आर्ट, यानी पत्तियों पर बनाया गया आर्ट।
जया वर्मा ने उत्तराखंड में लीफ आर्ट को नए कलेवर के साथ प्रस्तुत किया है । कांडा बागेश्वर में आपका बचपन बीता आरंभिक शिक्षा कांडा और डीडीहाट में पूर्ण हुई । उच्च शिक्षा पिथौरागढ़ और हल्द्वानी से पूर्ण कर जया वर्मा ने डीडीहाट के एक प्राइवेट स्कूल में अध्यापन का कार्य किया। जया ने बताया, उनको बचपन से ही पेंटिंग का शौक रहा है। वक्त के साथ उनके चित्र कागज और कैनवास से उतर कर पत्तियों पर उभरने लगे। बचपन का शौक उम्र के साथ जुनून में बदलने लगा। एक दौर ऐसा आया कि जया लीफ पेंटिंग से दूर होने लगी।घर परिवार की जिम्मेदारियों ने जया की रचनात्मकता पर ब्रेक नहीं लगाया किसी कलाकार को उसकी रचनात्मकता से दूर रहना कहां गवारा होता है। 2020 में दुनिया को कोविड काल ने अलग थलग सा कर दिया महामारी के दौर में समय का उपयोग करते हुवे जया ने पुनः अपनी रचनात्मकता को अंगीकार करते हुए कूची उठाई और पत्तियों पर मन की कल्पना को उकेरना शुरू कर दिया। तब से सिलसिला जो शुरू हुआ है अब तक अनवरत जारी है।
विविध पेड़ों की पत्तियों को पल भर में विभिन्न आकार और रूप में बदलने की विधा है लीफ आर्ट। किसी पत्ती पर किसी महापुरुष की तस्वीर हूबहू बना देना या पत्तियों को शानदार कलाकृति बदल देना जया वर्मा के लिए मिनटों का काम है। जया अब बच्चों को लीफ आर्ट के गुर भी सिखाती हैं। बहुत से पुरुस्कार भी आपको मिले हैं।
गेहूं के स्ट्रा से रतन टाटा की आकर्षक पेंटिंग बनाकर उनको भेजी तो टाटा ट्रस्ट की ओर से जया को उत्साह जनक रिप्लाई मेल भी आया जिसने जया का उत्साह अवश्य बढ़ाया होगा, बातचीत के दौरान जया ने बताया कि शुरुआती दिनों में उन्होंने कपड़े पर फैब्रिक पेंटिंग बनानी शुरू की, कपड़े पर डिजाइन बनाते हुए कब लीफ आर्ट शुरू हुआ एहसाह ही नहीं हुआ। पत्ती पर बनाई पेंटिंग रतन टाटा को भेजी तो जया को एक उत्साह जनक उत्तर आया। उत्तराखंड लोक विरासत के लिए मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी की पेंटिंग भी बनाई, बैटमंटन खिलाड़ी की तस्वीर भी बनाकर भेट की। पैरा ओलंपिक खिलाड़ी योगेश कथनिया को भी लीफ पेंटिंग भेंट की।
इनसे मिलिए श्रंखला के तहत स्वर स्वतंत्र से बात करते हुए जया ने कला प्रेमियों को खास संदेश देते हुए कहा कि बदलते दौर में जहां आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस की हवा बन रही है खुद की नैसर्गिक रचात्मकता को बनाए रखना नित नए विचार पर काम करना चुनौतीपूर्ण कार्य है। परंतु लगन और मेहनत करके कला के किसी भी क्षेत्र में सफलता प्राप्त की जा सकती है।
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