बारिश का कहर

Vipin Joshi
भारी बारिश का एलर्ट विगत एक सप्ताह से बना हुआ है। समूचा उत्तर भारत बारिश का कहर झेल रहा है। सड़के टूटी हैं, भूधसाव जारी है। जान माल के नुकसान की खबरें भी आने लगी हैं। बारिश आफत बन कर टूटी है बागेश्वर के गरूड़ विकास खण्ड से भी सूचनाएं आने लगी हैं। प्राप्त सूचना के आधार पर, लमचूला गाॅव के भवान राम और आनंद सिंह का घर मलबे से प्रभावित हो चुका है, कुलसारी बयाली गाॅव में पान सिंह का मकान क्षतिग्रस्त हुआ है। बयाली गाॅव के निवासी नरेन्द्र सिंह बोरा ने स्वर स्वतंत्र को एक वीडियो भेजा जिसमें दिख रहा है कि गाॅव के कुछ युवा पान सिंह के घर को बारिश से बचाने के लिए छत पर प्लास्टि डाल रहे हैं। आपदा का दौर है मानसून चरम पर है और पुराने मकानों के क्षतिग्रस्त होने का खतरा बना रहता है। पान सिहं का घर भी बारिश से क्षतिग्रस्त हुआ है। नेरन्द्र बोरा की सूचना के आधार पर तहसील गरूड़
से कानूनगो मानेन्द्र सिंह, पटवारी मोहन बसेड़ा, सहायक चन्दन गिरी ने मौके पर पहुॅच कर मुआयना कर लिया कागजी कार्यवाही करने के बाद पान सिंह को गाॅव के ही एक बंद पड़े प्राथमिक विद्यालय में शरण लेने की सलाह दी। अक्सर त्वरित रूप से आपदा आने पर लोगों को गाॅव के आसपास किसी सरकारी भवन में भेजा जाता है। कोविड काल में भी सरकारी स्कूलो ने जनता को काफी राहत पहॅुचाई थी। लेकिन अब ग्रामीणों और प्रभावितो का कहना है कि प्रभावित परिवार को प्रशासन की ओर से किसी प्रकार की कोई राहत नहीं मिली है। जबकी आपदा सहायता केन्द्र प्रत्येक ब्लाॅक में सक्रीय है। ग्रामीणों ने गुहार लगाई है कि शीघ्र पान सिंह के परिवार को राहत मुहैया कराई जाए।

ग्रामीण आनंद सिंह ने बताया कि प्रशासन ने सिर्फ कागजी कार्यवाही की है जमीन पर प्रभावितों को राहत कब मिलेगी यह सोचनीय प्रश्न है।

ग्रामीण नरेन्द्र सिंह बोरा ने कहा कि माननीय सांसद इन दिनों बागेश्वर दौरे में लेकिन आपदा प्रभावितों का हाल जानने का समय उनको कब मिलेगा ?

 

 

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