सत्संग बनाम मृत्यु तांडव

Vipin Joshi

उत्तरप्रदेश, हाथरस  की  सत्संग मृत्यु तांडव घटना से पूरा देश आक्रोशित है, हैरान है, परेशान है। एक निलंबित हेड कॉस्टेबल सूरज पाल सिंह छेड़खानी के आरोप में सजा पाता है और एक दिन अचानक उसे प्रभु दर्शन होते हैं उसे ज्ञान की प्राप्ति हो जाती है। 1997 के बाद उसके हाथ ऐसा कौन सा च़राग आता है कि सूरजपाल सिहं उर्फ भोले बाबा बन जाता है, 30 ऐकड़ जमीन में आलीशान महल बन जाता है, मंहगी घड़िया और कारें आ जाती हैं। तब सरकार का सूचना तंत्र और एलआईयू कहां था ? बाबाओं के बारे में हमारी सरकारें हमेशा से नर्म क्यों रहती हैं ? जब तक सुप्रीम कोर्ट दखल नहीं देता सरकारें और जॉच ऐजेंसिंया चुप रह कर तमाशा क्यांे देखती हैं ? हाथरस काण्ड का दोषी बाबा खुद को भगवान का अवतार कहता है। इसके पास अनुयाई दावा करते हैं कि बाबा के पास एक खास पानी रहता है जो हर बिमारी का इलाज है। इलाज के चक्कर में ये बाबा तो रामदेव से भी आगे निकल गया। हाथरस के मैदान में क्षमता से अधिक की भीड़ और इंतजाम बहुत खराब थे। सूरजपाल सिहं उर्फ भोले बाबा की अपनी प्राइवेट सुरक्षा आर्मी है जो भक्तों के खान पान और अन्य सुविधाओं का ख्याल रखती है। भोले बाबा सफेद सूट में अपने भक्तों को प्रवचन देता है। हाथरस प्रवचन स्थल में 80 हजार की संख्या की स्वीकृति थी लेकिन यहां 1.25 लाख लोग कैसे आ गये यह भी सोचने वाली बात है। भोले बाबा के चरण रज लेने की होड़ सैकड़ों लोगों की जान ले गई। ऐसी आस्था किस काम की। सरकार को चाहिए कि वह ऐसे संदिग्ध बाबाओं की तुरंत प्रभाव से जॉच कराए। बाबाओं के आश्रमों और तमाम धर्म गुरूओं के आश्रमों की गंभीर जॉच हो हर धर्म में ऐसे धर्म गुरू हो सकते हैं। वर्ना धर्म और आस्था के पर्दे में ये पाखंडी जनता को लूटते रहेंगे।जॉच कमेटियां अपना निर्णय सौंप देंगी और बाबा देश से रफूचक्कर हो जायेगा।
सवाल तो उठेंगे ही ढांेगी सूरजपाल के चमत्कारों की बात नहीं करते हुए प्रश्न बनता है कि वो कौन अधिकारी था जिसने एक ढोंगी को इतनी बड़ी सभा करने की इजाजत दी। अब कमेटी बनेगी, आनन-फानन में भोले बाबा के आश्रम में बुल्डोजर चलाया जायेगा। भोले की लोकेशन मिल गई है, लेकिन अब तक ढोंगी बाबा पुलिस की पकड़ से बाहर है। एनडीटीवी और अजित अंजुम चैनल ने इस ढोंगी बाबा से जुड़े कई चौकाने वाले खुलासे किये हैं। मसलन बाबा शराब, शबाब, सिगरेट और महंगी गाड़ियों का शौकीन था। बाबा के महल में गॉव वालों का प्रवेश वर्जित था। यूपी सरकार ने तीन सदस्यीय जॉच कमेटी बनाई है। कमेटी के अध्यक्ष हैं रिटार्यड न्यायाधीश बृजेश कुमार, दो मॉह में कमेटी सरकार को रिपोर्ट देगी।

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