गरुड़ नगर पंचायत अपडेट

विपिन जोशी
गरूड़ नगर पंचायत 7 वार्ड 4100 वोटर तीन अध्यक्ष प्रत्याशी। बीजेपी समर्थित ललिता वर्मा, कांग्रेस समर्थित भावना वर्मा, निर्दलीय प्रत्याशी सिविल सोसाइटी समर्थित नीमा वर्मा हैं। सभासदों की दौड़ में भाजपा समर्थित मोनिका वर्मा,राज ममगाई, अंकित जोशी, रीता आर्या, ललिता प्रसाद, धना देगी हैं। तो कांग्रेस समर्थित प्रत्याशी हैं रजनी आर्या, ममता आर्या, शुभम भैसोड़ा, गिरीश तिवारी, धीरज पाठक, बबिता नेगी, शबीना बेगम। निर्दलीय सभासदों में प्रदीप गुर्रानी, ममता गोस्वामी, अनिल पांडे दौड़ में पूरे उत्साह के साथ शामिल हैं। 7 वार्डो से घिरी गरूड़ नगर पंचायत में कुल 20 प्रत्याशी मैदान में हैं।
नगर पंचायत प्रत्याशियों के लिए प्रति उम्मीदवार चुनावी खर्च की एक तय सीमा है। मानकों से इतर खर्च करने पर भी जवाब देना होता है और मानकों से कम खर्च करने पर भी प्रत्याशी के पास नोटिस आ सकता है। इस बात की जानकारी निर्दलीय प्रत्याशी नीमा वर्मा के चुनाव संयोजक डीके जोशी ने बताया कि वे बहुत कम खर्च में बिना शोर शराबे के चुनाव प्रचार में लगे हैं लेकिन प्रशासन उनको नोटिस भेज रहा है कि इतना कम खर्चा क्यों कर रहे हो ? हिसाब दो हमें। मजेदार बात है दूसरी ओर राष्ट्रीय दलों के प्रत्याशी इस चिंता में हैं कि कहीं उनको ज्यादा खर्चा करने का नोटिस ना आ जाए। फलैक्स, बैनर, झंडो से नगर को पाट दिया गया है। कुमांउ मण्डल विकास निगम की कार पार्किंग में केन्द्रीय मंत्री अजय टम्टा की चुनावी सभा में खूब चहल-पहल रही पार्किग में बड़े-बड़े झण्डे भी लगाए और समर्थन भी मांगा गया। तो कांग्रेस समथर््िात प्रत्याशी भावना वर्मा के लिए निवर्तमान सांसद प्रदीप टम्टा ने जन संपर्क किया और कार्यकर्ताओं के साथ चर्चा भी की उनका मनोबल बढ़ाया।
क्या हैं मुद्दे ? क्या कहते हैं अध्यक्ष प्रत्याशी – नगर के विकास हेतु तत्पर रहेगे। सड़क, रास्ते, महिला-पुरूष शौचालय, स्ट्रीट लाइटें, बैजनाथ अस्पताल का उच्चीकरण, खेल स्टेडियम, पेयजल व्यवस्था, नगर के सरकारी स्कूलों में शिक्षकों की व्यवस्था, भूमि संबंधी बंदोबस्त जैसे मुद्दे सभी के घोषणा पत्रों में दिख रहे हैं। जोश सभी का हाई है चुनावी रण में समर्थकों की मौज आई है। एक ही गॉव परिवार के अध्यक्ष प्रत्याशी चुनाव में हैं तो समर्थकों के लिए भी दिक्कत वाली बात है। इसलिए गॉव के समर्थक बारी-बारी से दोनों ही अध्यक्ष प्रत्याशियों के लिए जन संपर्क में चहल कदमी करते दिख रहे हैं। अब वे वोट किसको करेंगे यह तो परिणाम के बाद पता चलेगा। कौन जीतेगा गरूड़ नगर पंचायत का पहला चुनाव यह देखना दिलचस्प होगा। चुनावीे ग्लैमर से वोटर प्रभावित होगा या सीधे, सरल रोजाना के मुद्दे वोटर को प्रभावित करेंगे ? वक्त की आगोश में सब कुछ समाहित है बस थोड़ा इंतजार का मजा लीजिए।