निकाय चुनावों की गर्मी और लुढ़कता पारा : विपिन जोशी

निकाय चुनावों की गर्मी से प्रदेश भर में बैनर पोस्टर, फ्लैक्स, प्रचार वाहनों में गूंजते वादों भरे गीत, माननियों के दौरे, शोसल मीडिया में रील की रेल प्रचार से भरी खबरें। इन सबने जनवरी मध्य में लुढ़कते पारे को भी गर्म कर दिया है। उत्तरैणी मेले से ठीक पहले कड़ाके की ठण्ड ने चुनाव प्रचार को और गर्म बनाने में कोई कोर कसर नहीं छोड़ी है। वहीं दूसरी ओर हाइकोर्ट नैनीताल ने बागेश्वर जनपद में सोप माइनिंग पर फिलहाल पूर्ण प्रतिबंध लगाया है और अवैध रूप से जारी खनन में लगी करीब 124 मशीनों को सीज कर दिया है। यूट्युब की एक खबर के अनुसार खनन मामले की जांच कर रही टीम को रिश्वत देने की बात भी सामने आ रही है। अब इस खबर से किसे फायदा होगा किसे नहीं इस बात को यहीं पर रोकते हैं और थोड़ा आगे सरकते हुए चुनावी समर का अवलोकन करते हैं।
बात करते हैं बागेश्वर जनपद के तीनों विकास खण्ड के चुनावी माहौल की। बागेश्वर नगर पालिका चुनाव में मुकाबला तो राष्ट्रीय दल भाजपा और कांग्रेस में ही था, लेकिन कवि जोशी के निर्दलीय उतरने से मुकाबला अब त्रिकोणीय बन चुका है। कवि जोशी की प्रचार टोलियां छोटे समूह में शहर का कोना-कोना छान रही हैं तो भाजपा और कांग्रेस ने भी पूरी ताकत झांक दी है। भाजपा के लिए वोट मांगने मंत्री और अब मेले के मौके पर माननीय सीएम भी पहॅुच रहे हैं। खबर है कि मुख्य मंत्री का रोड शो भी भाजपा ने रखा है। भाजपा के समर्थित उम्मीदवार हैं पूर्व पालिका अध्यक्ष सुरेश खेतवाल। कांग्रेस ने पूर्व पालिका अध्यक्षा गीता रावल पर दाव लगाया है। जानकारों का कहना है कि बागेश्वर नगर पालिका का चुनाव रोचक होगा। एक ओर भापजा डबल इंजन के भरोसे है तो कांग्रेस को अपने पुराने कैडर वोट, संघर्ष और सत्ता से नाराज वोटरों पर भरोसा है। निर्दलीय प्रत्याशी कवि जोशी को युवा वोटरों पर यकीन है और मौका है कि वे दोनों ही दलों से नाराज वोटरों को अपनी ओर शामिल करें। इस बीच कांग्रेस ने सख्ती दिखाते हुए बागियों पर पार्टी से निष्काशन की कार्यवाही भी है, पार्टी के अनुशासन और पार्टी लाइन से आगे कोई नहीं इस बात को साबित करने की कोशिश है इस कार्यवाही का चुनाव में पार्टी के सदस्यों में कितना प्रभाव पड़ेगा इसका आकलन कठिन है क्योंकी कांग्रेस को छोड़कर भाजपा में जाने वालों की सूची लंबी होती जा रही है। ऐसे में भाजपा खुश भी है और परेशान भी क्योंकी प्रधान मंत्री ने पूर्व में कहा है कि भारत को कांग्रेस मुक्त करना है लेकिन अब उनकी पार्टी स्वयं कांग्रेस युक्त हो रही है।
कपकोट में मुकाबला राष्ट्रीय दलों के बीच में ही है बहुत कम अतंर से दोनां पार्टी के उम्मीदवार आगे पीछे रहेंगें। सत्ता का लाभ भाजपा को मिलेगा या यहां भी सत्ता से नाराजगी कांग्रेस के लिए जीत का कारण बनेगी यह देखना दिलचस्प होगा। कपकोट में पूर्व विधायक ललित फर्सवाण और पूर्व जिला पंचायत अध्यक्ष हरीश ऐठानी मजबूत नेता के रूप में प्रचार में हैं। भाजपा ने दर्जा प्राप्त राज्य मंत्री शिव सिंह बिष्ट के साथ अन्य मंत्री विधायकों को बागेश्वर सहित राज्य में चुनाव प्रचार की कमान सौंपी हैं। भापजा का चुनाव प्रबंधन कांग्रेस से अधिक मजबूत है उनको सत्ताधारी होने का और आर्थिक आधार पर अधिक लाभ है।
गरूड़ नगर पंचायत का पहला चुनाव है। कुल मतदाता हैं 4118 जिसमें महिला मतदाताओं की संख्या 2034 तो पुरूष मतदाओं की संख्या 2048 है। तीन साल पूर्व गरूड़ में नगर पंचायत की मांग को लेकर सिविल सोसाईटी ने आंदोलन किया और उसके बाद भापजा के पूर्व विधायक स्व. चंदन राम दास के दखल के बाद गरूड़ नगर पंचायत का गठन हुआ। चुनाव से ठीक पहले कांग्रेस ने भाजपा पर आरक्षित शीटों को सत्ता प्रभाव से इधर-उधर करने का आरोप भी लगाया। खैर अंततः गरूड़ नगर पंचायत की शीट ओबीसी महिला घोषित हुई। अब मैदान में टीटबाजार की वर्मा फैमली अध्यक्ष पद के लिए पूरे जोश से उतरी है। भाजपा से ललिता वर्मा तो कांग्रेस से भावना वर्मा प्रत्याशी हैं तो निर्दलीय प्रत्याशी के रूप में पूर्व प्रधानाध्यापिका नीमा वर्मा दोनों ही प्रत्याशियों की बुवा मैदान में डटी हैं इनको सिविल सोसाइटी का समर्थन हैं। परिणाम जो भी हो गरूड़ नगर पंचायत अध्यक्ष पद वर्मा परिवार में कहीं एक जगह तो आऐगा ही। इसलिए टीट बाजार, भकुनखोला, टानीखत के समर्थक बारी-बारी से अपने-अपने तीनों प्रत्याशियों के प्रचार में सहमते सकुचाते हुए जा रहे हैं। तो पार्टी कार्यकर्ता भी अपने-अपने प्रत्याशी के लिए दम खम लगा रहे हैं।
नेता वाणी – कांग्रेस पार्टी की ओर से प्रत्याशी भावना वर्मा के समर्थन में पूर्व विधायक कपकोट ललित फर्सवाण ने कहा कि गरूड़ नगर पंचायत सहित जिले के सभी पदों पर कांग्रेस के प्रत्याशी जीत दर्ज करेंगे। गरूड़ नगर पंचायत के रूके हुए विकास को यदि सुचारू करना है तो कांग्रेस ही कर सकती है। इसलिए कांग्रेस को जनता पर भरोसा हैं
कांग्रेस के प्रभावी नेता पूर्व में बीस सूत्री योजना के उपाध्यक्ष भुवन पाठक ने कहा कि गरूड़ नगर पंचायत के सभी बूथों में कांग्रेस जीत दर्ज करेगी अब तक हुए सभी चुनावों में नगर पंचायत के अतंर्गत आने वाले बूथों में कांग्रेस ही जीती है। भजपा पर निसाना साधते हुए भुवन पाठक ने कहा कि भाजपा को नगर पंचायत क्षेत्र की डमोग्राफी का आइडिया नहीं हैं।
भाजपा प्रत्याशी ललिता वर्मा के समर्थन में दर्जा प्राप्त राज्य मंत्री ने कहा कि भाजपा समर्थित प्रत्याशी निश्चित जीत दर्ज करेंगी। डबल इंजन सरकार के विकास कार्यो को हम जन-जन तक ले जाएंगे और व्यवस्थित चुनाव प्रबंधन के साथ प्रत्येक बूथ स्तर पर घर-घर पहुंच कर मतदाताओं से वोट और समर्थन की अपील करेंगे।
निर्दलीय प्रत्याशी नीमा वर्मा के समर्थन में सिविल सोसाइटी गरूड़ ने घर-घर प्रचार अभियान तेज कर दिया हैं। नीमा वर्मा के समर्थन में हाई कोर्ट के एडवोकेट डीके जोशी ने नगर पंचायत गठन पर कहा कि आज नगर पंचायत गरूड़ वजूद में है तो इसके लिए सिविल सोसाइटी के संघर्ष को नहीं भूलना चाहिए। डीके जोशी ने आवारा जानवर, बंदरों का आतंक, स्वास्थ्य व्यवस्था, नगर क्षेत्र में बढ़ते बार औरकचरा प्रबंधन जैसे मुद्दों के आधार पर मतदाताओं से समर्थन मांगा।