सहभागिता प्रदत मंचन शुरू : विपिन जोशी

शास्त्रीय संगीत आधारित कत्यूर घाटी की प्रसिद्ध रामलीला धूम धाम के साथ आरंभ हो चुकी है. कमेटी के निर्देशक नीरज पंत इस बार रावण और दशरथ की भूमिका में नज़र आयेंगे. रंगमंच के छटे हुए कलाकारों में नीरज पंत का शुमार होता है.बचपन से ही नीरज रामलीला मंचन से जुड़े हैं, राम, सीता, अंगद, बनासुर,दशरथ की भूमिका अदा कर चुके हैं.
नीरज पेशे से शिक्षक हैं और सामाजिक गतिविधियों में बढ़चढ़ कर हिस्सा लेते हैं.
कत्यूर रामलीला कमेटी एक स्वतंत्र कमेटी के रूप में विगत आठ दशकों से मंचन करती आ रही है. कमेटी के पास अपना तालीम भवन है परंतु इतने साल गुजर जाने के बाद भी कमेटी अपना स्थाई मंच नहीं बना पाई है.सरकारें संस्कृति और लोक संगीत को बचाने का कितना ही स्वाँग क्यों ना कर ले लेकिन धरातल पर हक़ीक़त कुछ और ही है.तमाम मंत्री, विधायक, रामलीला कमेटी के मंच से बड़ी बड़ी घोषणा तो कर जाते हैं लेकिन घोषणाओं पर अमल नहीं होता है.
रामलीला मंचन में जन सहभागिता का बहुत बड़ा योगदान है.समाजसेवी और सेनानिवृत इंजीनियर जीवन लाल वर्मा ने मंचन के लिए अपनी भूमि अस्थाई तौर पर दी है. कमेटी फ़िलहाल धन के खेतों में रामलीला मंचन करती है. बच्चे, युवा, महिलाएँ, बुजुर्ग सभी मंचन से जुड़े हैं. बहुत से कलाकार भी रामलीला मंच ने कत्यूर क्षेत्र को दिए हैं.