डाक्टर को भगवान के बाद सबसे बड़ा सम्मान समाज में प्राप्त है। मरीज को जिन्दगी देने वाले डाक्टर ही यदि अस्पताल में आपसी समन्वय स्थापित नहीं करते हैं तो यह किसी भी समाज के लिए दुर्भागपूर्ण है। जनपद बागेश्वर के गरुड़ विकास खंड का एक मात्र प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र बैजनाथ काफी समय से अनियमितताओं का शिकार रहा है।
स्थानीय नागरिकों ने कई बार मीडिया के माध्यम से सवाल भी उठाए हैं, अस्पताल में दवाएं उपलब्ध नहीं रहती, जांचें बाहर से करनी पड़ती हैं। अब तो हद हो गई। प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र के दो डाक्टर आपस में भिड़ गए। लगभग आधे घंटे तक चले दंगल को देख मरीज और तीमारदार सब परेशान हो गए। सोमवार सांय स्वास्थ्य केंद्र में तैनात रेडियोलॉजिस्ट तथा प्रभारी चिकित्साधिकारी के बीच किसी बात को लेकर विवाद हो गया। विवाद बढ़ते हुवे हाथ पाई में बदल गया। उक्त घटना का संज्ञान लेते हुवे गरुड़ क्षेत्र के राजनैतिक और सामाजिक संगठनों ने नाराजगी जताई और जिला प्रशासन से तुरंत ही विवादित डाक्टरों को हटाने की मांग की है। स्थानीय नागरिकों में इस बात को लेकर रोष है कि सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में पैथोलॉजी लैब होने के बावजूद मरीजों को बाहर से जांच और दवाएं लिखी जाती हैं। इसकी लिखित शिकायत करने के बाद भी प्रशासन व स्वास्थ्य विभाग ने फिलहाल कोई कार्रवाई नहीं की है। सिर्फ जांच का आश्वासन मिला लेकिन जांच रिपोर्ट अभी तक सार्वजनिक नहीं हुई है।बैजनाथ चिकित्सालय की अव्यस्थाओं के खिलाफ ग्राम प्रधान संगठन, सिविल सोसाइटी, कांग्रेस व भाजपा संगठनों से जुड़े कार्यकर्ताओं ने विवादित चिकित्सकों को हटाने और मामले की निष्पक्ष जांच की मांग की है तथा दर्जा प्राप्त राज्य मंत्री शिव सिंह बिष्ट, क्षेत्रीय विधायक पार्वती दास, जिलाधिकारी, व सीएमओ को ज्ञापन दिया है। नागरिकों ने कहा कि मामले की शीघ्र जांच नही हुई तो क्षेत्रीय जनता आंदोलन को विवश होगी।
Vipin Joshi