हादसे के बाद सुध लेता सिस्टम : दिल्ली कोचिंग

देश की सबसे बड़ी कोचिंग फैक्टरी कोटा राजस्थान में है। इन दिनों नेटफ्लिक्स पर कोटा फैक्ट्री नाम से एक सीरीज भी चल रही है। मध्यमवर्गीय परिवार के अधिकांश युवा देश के कोने-कोने से महानगरों में डेरा डालते हैं। अच्छी सरकारी नौकरी और सुनहरे भविष्य का ख्वाब लेकर ये युवा महंगे महंगे कोचिंग सेंटर में खुद को समर्पित कर देते हैं। क्या देश के सभी कोचिंग सेंटर मानकों के अनुरूप चल रहे हैं ? सिस्टम हादसे के बाद ही क्यों हरकत में आता है ? दिल्ली कोचिंग हादसे के बाद बहुत सारे सवाल सामने आए हैं। कौन लोग कोचिंग लाबी के सरगना हैं?  क्यों नहीं कोचिंग सेंटरों की जांच होती है? सरकार , प्रशासन क्यों किसी हादसे का इंतजार करता है एक-एक क्लासरूम में सैकड़ो छात्रों को क्यों बैठाया जाता है ? सवाल गंभीर हैं और हादसे लगातार जारी हैं।

भारत की राजधानी दिल्ली में यूपीएससी की परीक्षा की तैयारी कर रहे तीन छात्रों की शनिवार 27 जुलाई, 2024 को उनके कोचिंग संस्थान के बेसमेंट में पानी भर जाने से मौत हो गई। अब उस हादसे का एक वीडियो सामने आया है। जिसमें देखा जा सकता है की कुछ छात्र बेसमेंट से निकल रहे हैं। बेसमेंट में जल भराव की स्पीड बढ़ती जा रही है। बेसमेंट से जल्दी निकलने के लिए कहा जा रहा है। कुछ लोग पूछ रहे हैं कि कोई बेसमेंट में है तो जल्दी निकलो जल्दी निकलो।

हादसे के बाद विरोध प्रदर्शन कर रहे छात्रों का कहना है कि कोचिंग में अब तक विभिन्न घटनाओं में 30 से ज्यादा मौतें हुई हैं लेकिन आधिकारिक रूप से केवल 3 मौतें ही बताई गईं हैं. अगर वाक़ई स्थिति ऐसी है तो बेहद ही भयावह है. छात्रों ने पूछा है कि कोचिंग जगत के स्टार शिक्षक विकास दिव्यकृति और ओझा सर कहां हैं ? कुछ बोल क्यों नहीं रहे हैं ? उनकी ओर से अब तक कोई बयान क्यों नहीं आया है ? छात्र सवाल कर रहे हैं कहाँ है एमसीडी कमिश्नर ?

यह हादसा दुर्भाग्यपूर्ण है कह देने से काम नहीं चलेगा कुछ ठोस कदम उठाने होंगे। कुछ सवाल भी देश के सामने खड़े हो गए हैं। क्या देश के सभी कोचिंग सेंटर मानकों के अनुरूप चल रहे हैं ? सिस्टम हादसे के बाद ही क्यों हरकत में आता है ?

Vipin Joshi

 

कल जेएनयू-जामिया वाले नारे लगाते तो यही लोग देशद्रोही लिखकर ट्रोल करते रहे होंगे !