Vipin Joshi / 3_7_2024
बागेश्वर, लाहुर घाटी अनिश्चित कालीन प्रदर्शन में एक डेवलेपमेंट हुआ है. प्रदर्शन स्थल में 2 जुलाई को एसडीएम गरुड़ जितेन्द्र वर्मा से हुई वार्ता में तय हुआ था कि आन्दोलनकारियों का एक प्रतिनिधि मंडल एसडीएम से मिलेगा और सम्बन्धित विभागीय अधिकारीयों से लाहूर घाटी की प्रमुख मांगों पर विमर्श किया जायेगा, पुरानी फाइलों का पुनः अवलोकन किया जायेगा. आन्दोलनकारियों ने इसे एक सकारात्मक कदम बताया है. एसडीएम के साथ हुई वार्ता में कुछ महत्वपूर्ण बातें तय हुई. खंड शिक्षा अधिकारी कम्नेलेश्वरी मेहता ने प्रतिनिधि मंडल को जानकारी देते हुवे बताया कि राजकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय जखेड़ा को उचित मानकों के आधार पर उच्चीकृत किया जायेगा फिलहाल बच्चों के आवागमन हेतु एक वाहन शिक्षा विभाग की ओर से संचालित जायेगा. सड़क लिंक और मुवावजे की मांग पर लोक निर्माण विभाग की और से बताया गया कि लाहूर घाटी और गढ़वाल क्षेत्र को जोड़ने की प्रक्रिया बागेश्वर और चमोली जनपद के संबंधित विभागीय अधिकारियों के साथ मिलकर शुरू की जाएगी .
लाहूर घाटी का पांडव स्थल हिमालयन बुग्याल के लिए जाना जाता है. लमचुला से सात किमी. की दूरी पर यह बुग्याल स्थित है. आन्दोलनकारियों ने अपनी मांग में पर्यटन और रोजगार का हावाला देते हुवे बात रखी कि यदि पांडव स्थल हिमालयन बुग्याल को ट्रेक मार्ग के रूप में विकसित किया जाता है तो इससे स्रोथानीय रोजगार और पर्यटन को बढ़ावा मिलेगा. पर्यटन विभाग इस पर विचार कर रहा है और जल्दी ही सर्वे भी की जाएगी.
एसडीएम गरुड़ के साथ हुई वार्ता में एक सकारात्मक पहल दिखती है लेकिन साथ में आन्दोलनकारियों ने स्पस्ष्ट किया कि जब तक धरातल में कार्य शुरू नहीं हो जाता तब तक वे लाहूर घाटी में अपना प्रदर्शन जारी रखंगे. आन्दोलनकारियों का एक समूह प्रशासन के संपर्क में भी रहेगा. जरुरत पड़ने पर आन्दोलन समूह उच्च स्तर तक भी जायेगा. प्रतिनिधि मंडल में ग्राम प्रधान सुराग कु. चंपा, जिलापंचायत सदस्या इंद्रा परिहार, कैलाश परिहार, भूपाल सिंह, मनोज परिहार, तथा प्रसाशन की ओर से एसडीएम गरुड़, जितेन्द्र वर्मा, बीईओ गरुड़,कम्नेलेश्वरी मेहता, पर्यटन अधिकारी, पीके गौतम , लोक निर्माण विभाग, निशा जोशी, आदि अधिकारी मौजूद थे.