लैंगिकता व मीडिया कार्यशाला गरुड़ में सम्पन्न

Vipin Joshi

किशोरी बालिकाओं के लिए, चरखा संस्था ने गरुड़ में आयोजित की लैंगिकता विकास और मीडिया कार्यशाला. 24 – 29 जून 2024, पांच  दिवसीय लैंगिकता और मीडिया कार्यशाला का तीसरा स्तर बागेश्वर जिले के गरुड़  और कपकोट ब्लॉक की 20 किशोरियों के साथ किया गया। इस कार्यशाला का मुख्य उद्देश्य किशोरियों के साथ कार्टून निर्माण विधा को  साझा करना था, जिससे वे अपने समुदायों में सामाजिक-आर्थिक चुनौतियों पर अपनी कहानियों और विचारों को कार्टून निर्माण के माध्व्ययम से व्यक्त कर सकें। फिल्मों, कहानियों, ग़ज़लों, गीतों और गतिविधि-आधारित शिक्षण सहित इंटरैक्टिव सत्रों के माध्यम से, प्रतिभागियों ने टाइपोग्राफी, सिल्हूट, प्रतीक, पैटर्न और मोटिफ जैसी विभिन्न तकनीकों का अवलोकन व अन्वेषण किया। ड्रॉइंग, कहानियों और वार्तालापों के संदर्भ और उप-पाठ को समझने पर जोर भी दिया गया। इस पांच दिवसीय कार्टून-निर्माण कार्यशाला का पहला स्तर अप्रैल 2024 में आयोजित किया गया था, उस कार्यशाला में किशोरियों के इस समूह  के साथ रंग चक्र, इंक पेंटिंग, कोलाज मेकिंग, फिगर ड्रॉइंग, और पोर्ट्रेट जैसी तकनीकों को साझा किया गया था। कार्यशाला का एक मुख्य आकर्षण चौरसो गांव, गरूर ब्लॉक के सरकारी प्राथमिक विद्यालय की दीवार पर  भित्ति चित्र का सामूहिक निर्माण करना भी था। ‘पशु’ विषय पर सहमति बनाने से लेकर डिजाइन करने और इसे दीवार पर पेंट करने तक, सभी लड़कियों ने टीमवर्क और नेतृत्व कौशल का प्रदर्शन किया।

अंतिम दिन, प्रतिभागियों ने कार्यशाला में सीखी गई ड्राइंग तकनीकों का उपयोग करके प्रभावशाली कॉमिक्स बनाई और अपनी व्यक्तिगत कहानियों को साझा किया। कार्यशाला में बॉलीवुड फिल्मों, गीतों और विज्ञापनों में महिलाओं के चित्रण का आलोचनात्मक विश्लेषण भी शामिल था। मीडिया के उन उदाहरणों को साझा किया गया और चर्चा की गई जो महिलाओं के खिलाफ हिंसा को बढ़ावा देते हैं, महिलाओं का वस्तुकरण करते हैं और लिंग आधारित रूढ़ियों को मजबूत करते हैं। इन चर्चाओं का उद्देश्य यह समझना था कि कैसे मीडिया समाज के दृष्टिकोण और व्यवहार को आकार देता है। प्रतिभागियों ने इन जानकारियों को अपनी व्यक्तिगत जीवन और दृष्टिकोणों से भी जोड़ा।