गरुड़ विकास खंड में तीन शराब बार पहले से हैं। दो आर्मी कैंटीन भी हैं। शराब के तीन बार हैं। एक है गरुड़ टीट बाजार में और दो बार हैं बैजनाथ धाम के पास डंगोली रोड में। इसके अलावा दो सरकारी ठेके पहले से गरुड़ मार्केट में स्थित हैं। सरकारी ठेकों से प्रति वर्ष लाखों की कमाई होती है। यानी शराब की खपत के मामले में गरुड़ ब्लॉक ने ठीक ठाक रिकॉर्ड कायम किया है। अब सूत्रों के हवाले से पता चला है कि गरुड़ ब्लॉक में तीन बीयर बार और खुलने जा रहे हैं। इससे पूर्व में राज्य सरकार की घर घर बार योजना के खिलाफ उत्तराखंड की महिला संगठनों ने विरोध किया था और कोर्ट ने उक्त योजना को स्थगित करने के आदेश दिए थे।
नए तीन मयखानों के विरोध में ब्लॉक कांग्रेस कमेटी के सदस्यों ने आज 8अगस्त2024 को एसडीएम गरुड़ जितेंद्र वर्मा को एक ज्ञापन सौंपा। ब्लॉक अध्यक्ष गिरीश कोरंगा ने जानकारी देते हुवे कहा कि भगवान शिव की नगरी में मयखानों का खुलना दुर्भाग्यपूर्ण है। पहले से 3 बार और 2 सरकारी ठेके संचालित हो रहे हैं। और कितनी शराब बेचेंगे? सरकार का ध्यान बेरोजगारी और मुख्य जन समस्याओं की ओर होना चाहिए था लेकिन अफसोस राज्य सरकार शराब को बढ़ावा देने में मगन है।
ज्ञापन में कुछ महत्वपूर्ण बिंदुओं का जिक्र किया गया है। नशे के कारण युवाओं का भविष्य खतरे में हैं, सड़क दुर्घटनाएं बढ़ गई हैं, कई परिवार बेघर हो चुके हैं। यदि जल्दी ही नए खुलने वाले शराब बारों पर प्रतिबंध नहीं लगाया गया तो कांग्रेस कमेटी स्थानीय नागरिक संगठनों को साथ लेकर बड़ा जन आंदोलन करने को विवश होगी।
विपिन जोशी/संपादक – स्वर स्वतंत्र