आईपीएल में बीसीसीआई और टाटा ग्रुप की साझेदारी के तहत प्लेऑफ मैचों में प्रति डॉट बॉल 500 पेड़ लगाए जाते हैं। यह एक शानदार पहल है। आईपीएल के बढ़ते ग्लैमर के बीच पर्यावरण संरक्षण का विचार शुभ है। जिस तेजी से ग्लोबल वार्मिंग बढ़ रही है धरती में पेड़ो की संख्या उसी अनुपात में घट भी रही है। क्रिकेट के प्रति एशिया में खूब लोक प्रियता है, प्रति डाट बाल 500 पेड़ लगाने का संदेश विश्व भर में सकारात्मक संदेश देगा। पेड़ लगाने को यह पहल 2023 से शुरू हुई थी और 2025 तक जारी है। अब तक के आंकड़ों के आधार पर कुल पेड़ों की संख्या और उनके स्थानों का विवरण इस प्रकार है:आईपीएल 2023: प्लेऑफ में 294 डॉट बॉल्स हुईं, जिसके परिणामस्वरूप 1,47,000 पेड़ लगाए गए।
आईपीएल 2024: प्लेऑफ में 323 डॉट बॉल्स हुईं, जिससे 1,61,500 पेड़ लगाए गए।
आईपीएल 2025: खबर लिखे जाने तक (2 अप्रैल 2025 तक)
पूरे टूर्नामेंट में 312 डॉट बॉल्स दर्ज की गई हैं, जिसका मतलब है कि 1,56,000 पेड़ लगाए जा चुके हैं या लगाए जाने की प्रक्रिया में हैं। हालांकि, यह संख्या पूरे सीजन की है, न कि सिर्फ प्लेऑफ की, और सीजन अभी चल रहा है। प्लेऑफ के आंकड़े बाद में अपडेट होंगे।कुल पेड़ (2023 से 2025 तक अब तक):
1,47,000 (2023) + 1,61,500 (2024) + 1,56,000 (2025 अब तक) = 4,64,500 पेड़। यह अनुमानित आंकड़ा है, क्योंकि 2025 का सीजन पूरा नहीं हुआ है और प्लेऑफ के आंकड़े अभी शामिल नहीं हैं। ये पद कहां लगाए गए ?
ये पेड़ पूरे भारत में विभिन्न स्थानों पर लगाए जाते हैं ताकि पर्यावरणीय प्रभाव व्यापक हो। कुछ राज्यों जैसे असम, गुजरात, कर्नाटक, केरल, और शहरों जैसे चेन्नई, अहमदाबाद, और बेंगलुरु (जहां बीसीसीआई सेंटर ऑफ एक्सीलेंस में 4,00,000 वां पेड़ लगाया गया) का जिक्र मिलता है। हालांकि, सटीक स्थानों की पूरी सूची सार्वजनिक रूप से उपलब्ध नहीं है, क्योंकि बीसीसीआई और टाटा ग्रुप ने विस्तृत जानकारी साझा नहीं की है। 2025 का सीजन अभी चल रहा है, इसलिए अंतिम आंकड़े मई 2025 के बाद ही स्पष्ट होंगे। तब तक कुल संख्या और बढ़ सकती है।
