योग पहल, मनीषा जोशी

Vipin Joshi

मौजूदा दौर में हमारी जीवन शैली तेजी से बदल रही है. भाग दौड़ से सराबोर नियमित जीवन चर्या में हम अपने खान पान और स्वास्थ्य की प्रति लापरवाह भी हो जाते हैं. या हमारा नेचर ऑफ़ जाब हमें इस ओर सोचने का मौका ही नहीं देता. विश्व योग दिवस के अवसर पर देश के प्रधान मंत्री ने भी योग के लिए राष्ट्र को प्रेरित किया था इसका अच्छा प्रभाव योगा के प्रचार पर पड़ा था. शिक्षण संस्थाओं में नियमित टूर पर योग कराया जाना चाहिए कई विद्यालयों में योगा नियमित रूप से करवाया भी जाता है. इसी क्रम में  हम सब योग करें अभियान के तहत राजकीय बालिका इण्टर कॉलेज सितारगंज में योग शिविर का आयोजन किया गया. इस दौरान योग प्राशिक्षिका मनीषा जोशी द्वारा 150 से अधिक विद्यार्थियों, शिक्षिकाओं व कर्मचारियों को योगाभ्यास कराया गया और इससे होने वाले लाभ बताए गए और उन्हें बताया गया कि लोगों को दैनिक जीवन में योग अपनाना चाहिए, योग आसन शरीर, मन और आत्मा को नियंत्रित करने में मदद करता है। शरीर और मन को शांत करने के लिए शारीरिक और मानसिक अनुशासन का एक संतुलन बनाता है। योग तनाव और चिन्ता का प्रबंधन करने में भी सहायक है। योग का नियमित अभ्यास व्यक्ति को स्वस्थ बनाये रखने में मदद करता है इसके अलावा बीमारियों से संबंधित योगाभ्यास करने पर मरीजों को राहत मिलती है, खास बात यह है कि कई ऐसी बीमारियों जिनका ऐलोपैथी में कोई इलाज नहीं है योग साधना से उनका इलाज हो सकता है। नियमित योगाभ्यास द्वारा शरीर की प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाया जा सकता है और मानसिक तनाव दूर किया जा सकता है। मनीषा जोशी ने बताया कि उन्होंने उत्तराखंड के विभिन्न स्थानों में लोगों को योग के लिए प्रेरित किया है और शिविर भी आयोजित करवाए हैं , इससे पूर्व वे अल्मोड़ा में अपनी सेवा दे चुकी हैं. योग के लिए किसी प्रकार का संसाधन भी नही चाहिए उचित प्रशिक्षक की सलाह से कोई भी व्यक्ति अपने घर में योग का अभ्यास कर सकता है. मनीषा जोशी ने योगा को अपना भविष्य बनाया और उत्तराखंड की युवतियों के लिए योगा में रोजगार की नई संभावनाओं को भी आगे किया है. इस मौके पर विद्यालय की प्रधानाध्यापिका अर्चना पाठक, आशा चंद, मधु और अर्चना टम्टा आदि लोग मौजूद थे।